अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना पद छोड़ने से ठीक दो महीने पहले एक बड़ा फैसला लेते हुए यूक्रेन को रूस के ठिकानों पर हमले करने के लिए लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दी है. इन मिसाइलों को अमेरिका ने ही यूक्रेन को दिया है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि मिसाइलों का इस्तेमाल पश्चिमी रूस के कुर्स्क क्षेत्र में रूसी और उत्तर कोरियाई हमलों के खिलाफ यूक्रेनी सेना की रक्षा के लिए किया जा सकता है. यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब डोनाल्ड ट्रंप जनवरी में राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने वाले हैं. डोनाल्ड ट्रंप कई बार ये कह चुके हैं कि वो रूस- यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की पूरी कोशिश करेंगे.
बाइडेन ने इस वजह से लिया ये फैसला
अधिकारियों के अनुसार, यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दी गई. जिसके साथ ही अब वो आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम या ATACMS का प्रयोग कर सकेंगे. अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि बाइडेन का ये फैसला रूस के उत्तर कोरियाई सैनिकों को लड़ाई में लाने के आश्चर्यजनक फैसले के जवाब में आया है. पश्चिमी खुफिया रिपोर्टों के अनुसार रूस में लगभग 10,000 उत्तर कोरियाई सैनिकों को तैनात किया जा रहा है.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने मिसाइल का प्रयोग की अनुमति की पुष्टि नहीं की है. रविवार को उन्होंने कहा “आज, मीडिया में कई लोग इस तथ्य के बारे में बात कर रहे हैं कि हमें उचित कार्रवाई करने की अनुमति मिल गई है. लेकिन वार शब्दों से नहीं किए जाते. ऐसी बातें घोषित नहीं की जातीं. रॉकेट खुद ही बोलेंगे.”
‘तीसरा विश्व युद्ध शुरू कर देंगे’
ट्रंप के सबसे बड़े बेटे, डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने रविवार को बाइडेन के इस निर्णय के बारे में कहा “सैन्य औद्योगिक परिसर यह सुनिश्चित करना चाहता है कि मेरे पिता को शांति स्थापित करने और जीवन बचाने का मौका मिलने से पहले वे तीसरा विश्व युद्ध शुरू कर दें.”
हाल ही में ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से भी फोन पर बात की थी. जिसमें उद्योगपति एलोन मस्क के भी शामिल होने की खबर थी. जेलेंस्की ने इसे “बहुत अच्छी” चर्चा बताया था और कहा था कि ट्रंप के संवाद को जारी रखने के रुख से उन्हें उम्मीद मिली है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने नई अमेरिकी सरकार के साथ सहयोग कर क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने के प्रति आशा व्यक्त की थी.