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दिशा सालियान की मौत मामले में आदित्य ठाकरे का नाम क्यों? पिता ने क्यों की मांग, जानिए पूरा मामला

महाराष्ट्र में दिशा सालियान की मौत पर सियासत गरमा गई है. दिशा के पिता सतीश सालियान ने अपनी बेटी की मौत की नए सिरे से जांच की मांग करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है और आदित्य ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. उन्होंने याचिका में दिशा सालियान के अंतिम संस्कार की तस्वीरों को भी अदालत में अपनी याचिका के साथ अटैच किया है. इस याचिका में वकील का कहना है कि जब दिशा का पार्थिव शरीर उसके परिवार को सौंपा गया, तब उसके शरीर पर किसी भी चोट या घाव के निशान नहीं थे, जबकि मालवणी पुलिस ने दावा किया था कि दिशा की मौत के समय उसका शरीर खून से लथपथ था.महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट ने कहा कि दिशा की मौत हमेशा से ही संदिग्ध रही है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री संजय शिरसाट ने दिशा सालियान मामले पर गुरुवार को बयान दिया है. संजय शिरसाट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिशा सालियान की मौत शुरू से ही संदिग्ध थी. आज उनके पिता खुलकर सामने आए हैं. अब वह इस दर्द को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे. वे पिछले पांच साल से इसे बर्दाश्त कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पूर्व मेयर ने उन पर दबाव बनाया था, उस वजह से मैं बोल नहीं पा रहा था. मंत्री ने आगे कहा कि दिशा सालियान के पिता ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. हाईकोर्ट जो भी फैसला लेगा, वह उचित होगा. हालांकि, अगर इस मामले में कोई आरोपी पाया जाता है, तो उसे जेल भेजा जाएगा.इस बीच, एनसीपी (शरद पवार) विधायक रोहित पवार ने आदित्य ठाकरे और इस मामले के बीच किसी भी तरह के संबंध को खारिज कर दिया. आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने कहा, “अगर कोई व्यक्ति अपनी बेटी के लिए न्याय मांगने के लिए अदालत जा रहा है, तो हमें अदालत के फैसले को स्वीकार करना चाहिए, लेकिन इस मामले में आदित्य ठाकरे का नाम लिया गया है, और उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है.” उन्होंने कहा, “सुशांत सिंह की आत्महत्या का मुद्दा चार साल पहले सामने आया था. इस पर काफी राजनीति हुई, खासकर बिहार चुनाव के दौरान जब सुशांत सिंह के लिए न्याय की मांग करते हुए कई पोस्टर लगाए गए. राजनीतिक दलों का मानना ​​था कि वे उनके नाम का लाभ उठाकर लाभ उठा सकते हैं. हालांकि, चुनाव समाप्त होने के बाद ऐसा लगा कि हर कोई सुशांत सिंह को जल्दी ही भूल गया.

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