तहव्वुर राणा भारत आ चुका है, मगर इन 17 सालों में वो काफी बदल चुका है. उसके चेहरे की लाली झुर्रियों में तब्दील हो चुकी है. बाल सफेद हो चुके हैं और चेहरे पर खौफ साफ नजर आरहा है. पटियाला कोर्ट में जब वो पहली बार दिखा तो हर ओर खौफ भरी नजरों से देख रहा था कि न जाने किस तरफ से उसकी ओर मौत बढ़ रही हो. मगर, उसे शायद पता नहीं कि भारत उसके किए कि सजा इतनी आसानी से नहीं देगा. उसके हर जुर्म का लेखा-जोखा होगा. उसके लिए वकील भी उसे दिया जाएगा और फिर उसको सजा सुनाई जाएगी. वो हर पल अपने तरफ बढ़ती मौत का इंतजार करते हुए कांपेगा मगर मौत उसकी तरफ आहिस्ता-आहिस्ता बढ़ेगी और फिर एक दिन उसे निगल जाएगी.