जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के सात अस्थायी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों से सोमवार को बात की. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्लोवेनिया, पनामा, अल्जीरिया और गुयाना के अपने समकक्षों के साथ मंगलवार को फोन पर अलग-अलग बातचीत के दौरान पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की. अन्य अस्थायी सदस्य देशों में डेनमार्क, पाकिस्तान और कोरिया गणराज्य शामिल हैं.विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से भी फोन पर बात की और इस हमले के ‘अपराधियों, योजनाकारों व समर्थकों’ को न्याय के कटघरे में लाने की बात कही. जयशंकर ने गुतारेस के साथ बातचीत के बाद सोशल मीडिया पर लिखा, ‘पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की स्पष्ट निंदा करने के लिए उनकी सराहना करता हूं.’उन्होंने कहा, ‘भारत इस बात के लिए कृतसंकल्प है कि इस हमले के अपराधियों, योजनाकारों व समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाए.’संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 25 अप्रैल को इस हमले की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया था, लेकिन पाकिस्तान और चीन के हस्तक्षेप से इसे हल्का करने की कोशिश की गई. भारत इसे ‘अपर्याप्त’ मानता है. समझा जाता है कि जयशंकर ने विदेश मंत्रियों को आतंकवाद के प्रति ‘बिल्कुल न सहने’ की भारत की नीति से अवगत कराया.