नेपाल हिंसा की आग में बुरी तरह जल रहा है. सत्ता से लेकर संसद तक की नींव बुरी तरह (Nepal Politics) से हिल गई है. क्या सुप्रीम कोर्ट और क्या पीएम आवास, दो दिन हर तरफ बस हिंसा (Nepal Gen Z Protest) की आग देखी गई. Gen Z के आंदोलन से नेपाल बुरी तरह हिल गया है. यहां पर ऐसी राजनीतिक उथल-पुथल पहले शायद ही कभी देखी गई हो. यह बहस सोशल मीडिया से शुरू हुई थी, जो देखते ही देखते सड़कों पर क्रांति में तब्दील हो गई. वहीं हर कोई कई सरकार की ओर देख रहा है, सत्ता आखिर कौन संभालेगा. कई बड़े सवाल है, जिनका जवाब हर कोई जानना चाहता है.नेपाल में पिछले दो दिन से जो कुछ भी हो रहा है उस पर चीन की चुप्पी हैरान करने वाली है. केपी ओली के चीन के करीबी माने जाते थे. सत्ता संभालते ही सबसे पहले वह बीजिंग पहुंचे थे, जहां उनका शानदार स्वागत सत्कार हुआ था. अब जब उनकी सरकार में इतना बवाल हुआ तो चीन ने चुप्पी साध ली है. नेपाल में 8 सितंबर से शुरू हुए जेन-जी के विरोध प्रदर्शन पर चीन ने कोई भी आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.