प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के 2500 करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में चौथी सप्लीमेंट्री प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट (पूरक अभियोजन शिकायत – आरोपपत्र) दाखिल की. जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (षष्टम) डमरुधर चौहान की अदालत में दायर इस शिकायत में ईडी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को शराब घोटाला गैंग का सरगना बताया है और दावा किया है कि चैतन्य ने इस घोटाले से मिले लगभग 1000 करोड़ रुपये का खुद प्रबंधन किया.चैतन्य बघेल ने रची पूरी साजिश’ ईडी ने आरोप है कि चैतन्य ने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर साजिश रची थी और जानबूझकर अपराध से मिली आय को छिपाने, कब्जे में लेने, अधिग्रहण करने और इसका इस्तेमाल करने में मदद की थी. यह कथित शराब घोटाला 2019 और 2022 के बीच हुआ था, जब छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी.