इस बार हिमाचल में मॉनसून की बारिश कहर बनकर बरस रही है. मॉनसून का ये मौसम कुदरत के उस रौद्र रूप को दिखा रहा है, जिसके बारे में महज सोचकर ही इंसान की रूह कांप जाती है. कहीं पहाड़ टूटे हैं, कहीं सैलाब आया है तो कहीं बादल फटने से हाहाकार मचा हुआ है. लेकिन कुछ जगह ऐसी भी है कि जिस जगह न भूस्खलन हुआ है और न ही कोई पहाड़ गिरा है, मगर फिर भी पूरा गांव धंस गया. वहीं पूरे इलाके को सील कर दिया है और अभी सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. लोगों के घरों से सामान निकल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के थुरल के साथ लगते बछवाई में लगभग एक किलोमीटर के रेडियस में सारी ज़मीन लगभग दस फुट तक धंस गई है. जमीन धंसने से आसपास के लोग भी दहशत में हैं. फिलहाल एहतियात के तौर पर पूरा इलाका सील कर दिया है और किसी को भी खतरे वाले इलाके में जाने की अनुमति नहीं है. वहीं पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, ताकि किसी भी मुश्किल स्थिति से निपटा जा सकें.