वर्ल्ड समिट में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत में माओवादी आतंकवाद का संकट अपने अंत के करीब है. अब वो दिन दूर नहीं, जब देश इस खतरे से मुक्त हो जाएगा. यह मोदी की गारंटी है.” नक्सलवाद की जड़ें भारत में कितनी गहराई से जमी थी, इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि 2013 में भारत के 125 जिलें नक्सलवाद की जद में थे. वर्ल्ड समिट में पीएम मोदी ने नक्सलवाद पर की बातेंNDTV वर्ल्ड समिट में ओवादी हिंसा की निंदा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसने दशकों तक विकास को रोका और गरीब ग्रामीणों, किसानों और आदिवासी समुदायों की जान ली. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माओवादी प्रभाव बहुत कम हो गया है और प्रभावित क्षेत्रों में प्रगति की नई शुरुआत हो रही है.नक्सल आतंकवाद ने भारत के आदिवासी क्षेत्र में किस कदर तक दुर्दशा मचाई थी, इस पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा- कुछ दिनों पहले दिल्ली में नक्सल आतंकवाद पीड़ित कुछ लोग आए थे. वो सात दिन तक अपनी आवाज सुनाने की गुहार लगाते रहे.