अफगानिस्तान के पक्तिका में मातम पसरा है. आसिम मुनीर की सेना के दिए जख्म से यहां हर सीना घायल है. कतार में 8 ताबूत रखे हैं. उनमें वो 3 नौजवान क्रिकेटर भी हैं, जो कायराना तरीके से हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिए गए हैं. बदला लेने की जिद में अंधी हो चुकी पाकिस्तान की सेना दहशतगर्दों और मासूम नागरिकों का फर्क भूलकर बस बम बरसा रही है. ये बम आतंकियों का तो पता नहीं, आम लोगों की जिंदगियां लील रहे हैं.इंसानियत को भी शर्मिंदा कर देने वाली पाकिस्तान की इस एयरस्ट्राइक में जान गंवाने वालों के शनिवार को पक्तिका में जनाजे उठे. सामने आए वीडियो और तस्वीरों में साफ दिखा कि उस वक्त वहां मौजूद हर शख्स की आंखों में आंसू, सीने में गुस्सा था. सैकड़ों की भीड़ में क्या बच्चे, क्या बूढ़े, क्या नौजवान… सभी गमजदा थे और कांपते हाथों से ताबूत को छूकर आखिरी विदाई दे रहे थे. सबके दिल में एक ही सवाल था- आखिर इन मासूम क्रिकेटरों का गुनाह क्या था, जो पाकिस्तान ने इनके ऊपर मौत बरसी दी.