कभी कहा जाता था कि आतंकवाद गरीबी और अशिक्षा से जन्म लेता है, लेकिन अब यह मिथक पूरी तरह टूट चुका है. भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में कई ऐसे आतंकी सामने आए हैं, जो डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट और कॉर्पोरेट प्रोफेशनल रह चुके हैं. इन व्हाइट कॉलर टेररिस्ट्स ने दिखा दिया कि आतंक की विचारधारा के लिए शिक्षा कोई दीवार नहीं है, बल्कि कई बार वही इसका हथियार बन जाती है.हालिया उदाहरण दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े आतंकियों का है. बता दें कि दिल्ली ब्लास्ट पाकिस्तान की साजिश का हिस्सा था. जिन डॉक्टरों के दिमाग में जिहादी सोच को कूट कूट कर भरा गया, उनके मंसूबे और खतरनाक थे. जांच एजेंसियों ने खुलासा किया है कि दिल्ली NCR में 200 बम फटने वाले थे. 26/11 हमले की तरह साजिश अंजाम तक पहुंचने वाली थी. दिल्ली NCR के कई हाई प्रोफाइल ठिकानों की रेकी तक हो चुकी थी. डॉक्टर उमर मोहम्मद, आदिल अहमद, शाहीन… ये सब इस हमले के मुख्य किरदार हैं. ये भी पढ़े-लिखे व्हाइट कॉलर लोग हैं जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया और कई बेगुनाहों की जान ली.
