ललितपुर में मृत किसान के स्वजनों से मिलीं प्रियंका गांधी वाड्रा, खाद की लाइन में खड़े होकर तोड़ा था दम

    उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बेहद सक्रिय कांग्रेस का फोकस किसान परिवार हैं। लखीमपुर खीरी की हिंसा में मृत किसानों के परिवार को बड़ी आर्थिक मदद देने के बाद कांग्रेस अब ललितपुर में मृत किसान के घर पर है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ललितपुर, बुंदेलखंड में पीडि़त किसान परिवारों से मिलकर उनकी पीड़ा साझा की।

    कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार रात लखनऊ से ट्रेन से चलकर शुक्रवार सुबह ललितपुर पहुंची और सीधा मृत किसान भोगी पाल के घर का रुख किया। उन्होंने इस दौरान मृतक किसान के परिवार से बातचीत कर उनका हाल जाना। प्रियंका ने परिवार को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद का भरोसा भी दिया है। प्रियंका के इस दौरे पर आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य भी उनके साथ थे।

    इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की कुव्यवस्था से उपजी खाद की कमी से लाइन में खड़े-खड़े किसानों की मृत्यु हो गई थी। खाद न मिलने से परेशान एक किसान ने तो आत्महत्या कर ली थी। सभी किसानों ने खेती के लिए भारी- भरकम कर्ज लिए थे और सरकार की नीतियों के चलते कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे थे। खाद न मिलना, मुआवजा न मिलना और फसल बर्बादी से किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।

    प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बोरियों में कम खाद मिल रही है। खाद के दाम में भी बढ़ोतरी की गई है। किसान क्या करेंगे। उनके पास बहुत सारी समस्याएं हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार उनकी नहीं सुन रही है। देश में किसान महीनों से सड़कों पर हैं। कहीं-कहीं पर तो उनको वाहनों से कुचला जा रहा है। सरकार पूरी तरह से विफल हुई है। सरकार ने किसानों को पूरी तरह से नकारा है। यह केवल 4 परिवारों की समस्या नहीं है बल्कि पूरे बुंदेलखंड की यही समस्या है।

    ललितपुर जिले के जाखलौन थाना क्षेत्र के नया गांव निवासी किसान भोगी पाल की हाल ही में मौत हो गई थी। वह खाद की दुकान में अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। जुगपुरा में एक फर्टिलाइजर स्टोर के बाहर दो दिन से लाइन खड़े थे। इस दौरान दिल का दौरा पडऩे के कारण उनकी मौत हो गई। ललितपुर जिले में खाद का संकट है और पिछले दिनों ही किसानों ने वहां पर प्रदर्शन किया था।

    ललितपुर में ही बीते दिनों ही जिले की तहसील के ग्राम रोंधा में भी एक किसान ने खाद न मिलने के विरोध में सुसाइड करने की कोशिश की थी। किसान का आरोप था कि रोंधा सहकारी समिति पर किसानों को खाद नहीं मिल रही है और इससे कारण फसल को नुकसान हो रहा है। खाद न मिलने के कारण किसान श्यामलाल (50) फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी, लेकिन उसके साथ किसानों ने उसे बचा लिया।

    लखनऊ में कुलियों से मिलीं प्रियंका

    इससे पहले कांग्रेस महासचिव वाड्रा ने गुरुवार रात लखनऊ से ललितपुर जाते समय लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर कुलियों से मुलाकात की। कुलियों ने उन्हें अपनी आजीविका से जुड़ीं समस्याएं बताईं, जिस पर प्रियंका ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया। बाद में प्रियंका ट्रेन से ललितपुर के लिए रवाना हो गईं।

    NO COMMENTS

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Exit mobile version