प्रधानमंत्री का चॉपर ऑल वेदर हेलिकॉप्टर, तो फिर उड़ान क्यों नहीं भरी? पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक पर पंजाब सरकार

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे में हुई बड़ी सुरक्षा चूक पर पंजाब सरकार की काफी किरकिरी हो रही है। पीएम की सुरक्षा में चूक का मामला अब सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। पंजाब सरकार खुद का बचाव करने से भी पीछे नहीं हट रही है। खुद राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है कि पीएम मोदी की सुरक्षा में कोई लापरवाही हुई है। अब पंजाब सरकार ने खुद का बचाव करने के लिए पीएम मोदी के हेलिकॉप्टर का सहारा लिया है।

    पंजाब सरकार के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर हर मौसम में उड़ान भरने वाल विमान है लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं करने का फैसला लिया गया। सूत्रों ने आगे कहा ‘पीएम का चॉपर ऑल वेदर हेलिकॉप्टर है। उसके बाद भी उसका इस्तेमाल नहीं किया। जबकि यहां पहाड़ी इलाका भी नहीं है।’ दरअसल, प्रधानमंत्री को जनसभा में शामिल होने के लिए बठिंडा से फिरोजपुर के लिए हेलिकॉप्टर के जरिए जाना था, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से सड़क के रास्ते निकलना पड़ा था।

    पंजाब सीएम सुरक्षा में चूक से कर रहे इनकार

    प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक एक बड़ा मुद्दा है। ऐसे में बीजेपी और अन्य सहयोगी पार्टियों ने इस चूक के लिए पंजाब में कांग्रेस की सरकार को जिम्मेदार बता रही है। दूसरी ओर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी किसी भी प्रकार के सुरक्षा में चूक से इनकार कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया था कि फिरोजपुर रैली में भीड़ कम होने के कारण पीएम मोदी ने अपनी यात्रा रद्द कर दी थी। चन्नी ने इसे राज्य को बदनाम करने की साजिश करार दी है।

    फ्लाईओवर पर 20 मिनट रूका रहा पीएम मोदी का काफिला

    बता दें कि बुधवार को पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में उस वक्त बड़ी चूक की घटना हुई, जब फिरोजपुर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने उस फ्लाईओवर को जाम कर दिया जहां से पीएम मोदी का काफिला गुजरने वाला था। इस वजह से प्रधानमंत्री फ्लाईओवर पर करीब 20 मिनट तक फंसे रहे। आगे का रास्ता खाली नहीं होने के बाद पीएम मोदी बीच रास्ते से ही एयरपोर्ट लौट आए। कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच पाने की वजह से कार्यक्रम भी रद्द करना पड़ा।

    NO COMMENTS

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Exit mobile version