लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले- अयोध्या राम मंदिर प्रांगण में बनेगा शहीदों का स्मारक

    उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद उत्साहित हैं। उनका उत्साह शनिवार को लखनऊ में दूरदर्शन के यूपी कान्कलेव में भी दिखा।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को बताने के साथ ही कहा कि प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्ष के कोई मुद्दा ही नहीं है। विपक्ष मुद्दाविहीन है, उसका काम ही है आरोप लगाना और वो यह काम कर भी रहे हैं। हमारी सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए व्यापाक और पर्याप्त इंतजाम किए हैं। किसी को डरने की जरूरत नहीं है बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है।प्रदेश के संकट के समय कोई भी विपक्षी नेता मैदान में नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। अब चाहे वह भाई-बहन हों या फिर चाहे चाचा-भतीजा और बुआ की पार्टी हो। जो सरकार प्रदेश के लिए कुछ नहीं करेगी तो वह ‘अनुपयोगी’ रहेगी। 2003 से 2017 के बीच में जो तीन सरकारें आई थीं, वह प्रदेश के लिए ‘अनुपयोगी’ थीं। प्रदेश व देश के विकास में बाधक थीं।प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पहली तथा दूसरी लहर में इनका कोई अता-पता नहीं था। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को अंधेरा अच्छा लगता है। इनका पहचान अंधेरा है। कहावत है चांदनी रात चोरों को अच्छी नहीं लगती है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी चुनाव लोकतांत्रिक व्यवसथा का महोत्सव है। भाजपा ने हमेशा से ही सेवा भाव को शीर्ष पर रखा और उसी भाव के साथ जनता की सेवा की। कोरोना संक्रमण काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर प्रदेश के हर कोने में काम किया। कोरोना संक्रमण की पहली तथा दूसरी लहर के बाद अब हम तीसरी लहर के लिए भी तैयार हैं। उत्तर प्रदेश के अंदर आज हर जनपद ऑक्सीजन में आत्म निर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त कर चुका है।

    प्रदेश में हर वर्ग तथा मत संप्रदाय के लिए काम करने वाली हमारी सरकार के कारण ही युवा का मनोबल बढ़ा। 2016-17 में प्रदेश के अंदर बेरोजगारी दर 18 फीसदी से अधिक थी। आज यह घट कर चार फीसदी रह गयी है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले जब कोई मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनता था तो अपने परिवार के बारे में सोचता था। पहली बार देश ने देखा है प्रधानमंत्री मोदी के लिए पूरा देश ही परिवार है। प्रदेश में 2017 से पहले भूख से मौत होती थीं। 2017 के बाद 15 करोड़ गरीबों को और हर जरूरतमंद को फ्री में राशन की सुविधा प्राप्त हो रही है। पिछली सरकार की संवेदना गांव के विकास के लिए नहीं थी, गरीब के उत्थान के लिए नहीं थी, महिलाओं के कल्याण के लिए नहीं थी, युवाओं के रोजगार के लिए नहीं थी और किसानों की खुशहाली के लिए नहीं थी। उनकी संवेदना आंतकवादियों के प्रति थी। प्रदेश में 2012 से 2017 के बीच इतने दंगे हुए थे, लेकिन 2017 से अब तक एक भी दंगा नहीं हो पाया। 2017 से पहले प्रदेश में दंगे होते थे तो पेशेवर दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास में सम्मानित किया जाता था। दंगाइयों के सामने सरकार और पुलिस गिड़गिड़ाते थे। अब मामला उलटा है। अपराधी गले में तख्ती लटकाकर जेल चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि जब शास्त्र और शस्त्र दोनों में जब समन्वय होगा तो राज्य की व्यवस्था चलती है। जब दोनों में विसंगति होगी तो असंतुलन पैदा होगा।

    NO COMMENTS

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Exit mobile version