राजस्थान में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने के बाद आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ आर्थिक समेत विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की। इसमें दोनों ने देश की अर्थव्यवस्था, सांप्रदायिकता, कारोबारी गौतम अडानी, गरीबी आदि का जिक्र किया। राहुल गांधी ने कहा कि संसद के सिक्योरिटी गार्ड ने भी अडानी के शेयर खरीदे, जिससे उसके काफी पैसे बने। हालांकि, राहुल गांधी ने बताया कि सैलरी क्लास के लिए स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करना बहुत रिस्की है।
रघुराम राजन को पूरा वाक्या सुनाते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”मैं संसद में जा रहा था, वहां सिक्योरिटी गार्ड से मेरी दोस्ती है। एक सिक्योरिटी गार्ड से पूछा कि क्या कर रहे हो, उसने जवाब दिया कि बहुत मजा आ रहा है। मैंने कहा क्या हुआ, उसने कहा कि मैंने अडानी के स्टॉक खरीदे हैं। उससे उसके बहुत सारे पैसे बन रहे थे। मैंने सोचा कि वह सैलरीड क्लास का है। ऐसा काम करना उसके लिए रिस्की है। स्टॉक मार्केट बढ़ता जा रहा है।”
राहुल गांधी ने कहा कि विज्ञापन आते हैं कि स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करो। आर्थिक रूप से कमजोर लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। इसमें काफी रिस्क है। इसपर राहुल गांधी ने रघुराम राजन से उनकी राय भी पूछी। आरबीआई के पूर्व गवर्नर राजन ने जवाब दिया कि लोग समझते नहीं है। वे देखते हैं कि इसका रिटर्न काफी ज्यादा है और अपना पैसा निवेश करते हैं, लेकिन वे यह नहीं देखते कि रिटर्न क्यों है और कहां से आया। अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी में रिटर्न बहुत ज्यादा था। बिटकॉइन में कुछ पैसे में बिकता था और बाद में वह 67 हजार डॉलर तक पहुंच गया था। लेकिन उसके बाद गिरने से लोग फिर से गरीब हो गए। ज्यादातर लोग तब खरीदते हैं, जब वह सर्वोच्च पर होता है और फिर उन्हें नुकसान झेलना पड़ता है।”
देश में अगली क्रांति सेवा क्षेत्र में हो सकती है: राजन
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि देश में अगली क्रांति सेवा क्षेत्र में हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में स्थिरता, उत्सर्जन में एक नई तरह की हरित क्रांति भी हो रही है और भारत जलवायु परिवर्तन की चुनौती को देखते हुए पवन चक्कियां बनाने, इमारतों को हरा-भरा बनाने में सबसे आगे हो सकता है। राहुल गांधी की बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया था। राजन के साथ बातचीत में गांधी ने भारत, अमेरिका और अन्य देशों में मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों, छोटे उद्योगों के सामने चुनौतियों, आर्थिक असमानता के बारे में उनके विचार पूछे। देश में चार-पांच उद्योगपति अमीर हो रहे हैं, बाकी देश के लोग पीछे हैं और उद्योगपतियों के एक समूह का एक अलग ‘हिंदुस्तान’ है, जबकि किसानों और अन्य लोगों का एक और ‘हिंदुस्तान’ है, गांधी की इस बात पर कि राजन ने कहा कि यह एक बड़ी समस्या है लेकिन यह पूंजीपतियों के बारे में नहीं है।