खुदरा के बाद थोक महंगाई में भी राहत, फरवरी में थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति घटकर 3.85% हुई

    हालांकि, खाद्य पदार्थों में मुद्रास्फीति बढ़कर 3.81 फीसदी हो गई। वहीं फरवरी में मुद्रास्फीति 2.38 प्रतिशत थी।

    महंगाई के मोर्चे पर आज लगातार दूसरे दिन अच्छी खबर है। सोमवार को खुदरा महंगाई में राहत मिलने के बाद आज थोक महंगाई में कमी आई है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में घटकर 3.85% रह गई। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर इस साल जनवरी में 4.73 फीसदी और फरवरी 2022 में 13.43 फीसदी थी।

    हालांकि, खाद्य पदार्थों में मुद्रास्फीति बढ़कर 3.81 फीसदी हो गई। वहीं फरवरी में 2.38 प्रतिशत थी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा कि फरवरी 2023 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, गैर-खाद्य लेख, खाद्य उत्पाद, खनिज, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक और ऑप्टिकल उत्पाद, रसायन और रासायनिक उत्पाद, बिजली के उपकरण और मोटर की कीमतों में गिरावट के चलते आई। दालों में मुद्रास्फीति 2.59 प्रतिशत रही, जबकि सब्जियों में (-)21.53 प्रतिशत थी। तिलहन में मुद्रास्फीति फरवरी 2023 में (-)7.38 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली की महंगाई 15 प्रतिशत से घटकर 14.82 प्रतिशत हो गई। विनिर्मित उत्पादों में यह जनवरी में 2.99 प्रतिशत के मुकाबले 1.94 प्रतिशत थी।

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