दोबारा क्यों सुलग रहा है पूर्वोत्तर का यह शहर ,मणिपुर फिर हिंसा की चपेट में..

    • बीते दिनों एक राहत शिविर से मैतेई समुदाय के छह लोगों के लापता होने के बाद विरोध प्रदर्शन हो रहे थे.
    • शुक्रवार को राहत शिविर से क़रीब 20 किलोमीटर दूर तीन शव मिले जिसके बाद हिंसा शुरू हो गई. गुस्साई भीड़ ने जन प्रतिनिधियों के घरों पर हमले किए.
    • स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने इंफ़ाल समेत कई इलाक़ों में कर्फ़्यू लगा दिया, कई जगहों पर इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई.
    • इस बीच मणिपुर सरकार ने केंद्र सरकार से छह पुलिस थाना क्षेत्रों से आर्म्ड फ़ोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट हटाने का आग्रह किया है

      भारत का उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर एक बार फिर हिंसा की चपेट में है. शनिवार को हुई इस हिंसा में इंफ़ाल घाटी में कई विधायकों और मंत्रियों के घरों पर भी हमला किया गया और कई वाहनों में आग लगा दी गई.

      मणिपुर पुलिस ने बताया है, “इंफ़ाल में गुस्साई भीड़ ने राज्य के मंत्रियों और विधायकों समेत कई जन प्रतिनिधियों के घरों और संपत्ति को निशाना बनाया है. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दाग़े.”

      पुलिस की इस कार्रवाई में आठ लोगों को चोटें आई हैं. स्थानीय प्रशासन ने हालात को देखते हुए राजधानी इंफ़ाल समेत कई इलाक़ों में कर्फ़्यू लगा दिया है. इसके अलावा कई जगहों पर इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है.

      शनिवार को मणिपुर सरकार ने केंद्र सरकार से राज्य के छह पुलिस थाना क्षेत्रों से एएफ़एसपीए (आर्म्ड फ़ोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट या आफ़स्पा) हटाने का आग्रह किया है.

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