बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में शामिल माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी इंटरनेशनल वर्कफोर्स को घटाने की स्ट्रैटेजी के तहत पाकिस्तान में अपना कामकाज बंद कर दिया है। पिछले कई वर्षों से इकोनॉमिक मुश्किलों का सामना कर रहे रहे पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ा झटका है। इससे पहले कुछ अन्य इंटरनेशनल कंपनियां भी पाकिस्तान में अपना बिजनेस बंद कर चुकी हैं। अपनी वर्कफोर्स को लगभग चार प्रतिशत घटाने का फैसला किया है। इससे कई देशों में कंपनी के 9,000 से अधिक वर्कर्स पर असर पड़ेगा। माइक्रोसॉफ्ट के पाकिस्तान में पूर्व कंट्री मैनेजर, Jawwad Rehman ने प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म LinkedIn पर एक पोस्ट में पाकिस्तान की सरकार और IT मिनिस्टर से टेक कंपनियों के साथ बातचीत करने का निवेदन किया है। उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट का जाना बिजनेस के मौजूदा माहौल को दिखाता है। रहमान का कहना था, “माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी इंटरनेशनल कंपनियों के लिए भी बने रहना मुश्किल हो रहा है।” पाकिस्तान के पूर्व प्रेसिडेंट, Arif Alvi ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में माइक्रोसॉफ्ट के कामकाज को समेटने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, “यह हमारे इकोनॉमिक भविष्य के लिए मुश्किल का संकेत है।” इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि माइक्रोसॉफ्ट ने कभी पाकिस्तान में एक्सपैंशन पर विचार किया था लेकिन अस्थिरता की वजह से कंपनी ने वियतनाम को चुना था। कंपनी का पाकिस्तान में लायजन ऑफिस था और यह