नालंदा जिले में स्थित है और यह नालंदा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. यह एक सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित सीट है. नालंदा जिले की अन्य सीटों की तरह इस पर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले का प्रभाव रहता है, लेकिन हिलसा का चुनावी इतिहास जनता दल यूनाइटेड (JDU) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच कांटे की टक्कर के लिए जाना जाता है. यह क्षेत्र शहरी और ग्रामीण आबादी का मिश्रण है.नालंदा जिले की हिलसा सीट पर जेडीयू की तरफ से निवर्तमान विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया तो आरजेडी की ओर से पूर्व विधायक शक्ति सिंह मैदान में दमखम आजमा रहे हैं. जन सुराज ने उमेश वर्मा को उतारकर अपनी ताकत दिखाने का प्रयास किया है. कांटे की टक्कर के लिए चर्चित रही यह सीट इस बार क्या रुख लेगी, बस कुछ देर में पता चल जाएगा. हिलसा में इस बार 63.20 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है.
