कर्नाटक के बेलगावी से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक मुस्लिम हेडमास्टर को पद से हटाने के लिए स्कूली बच्चों को जहर देने की कोशिश करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह घटना बेलगावी के सवादत्ती तालुक के हुलिकट्टी गांव की है. इस घटना के कारण 12 छात्र बीमार पड़ गए थे. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना की निंदा की और इसे धार्मिक घृणा और कट्टरवाद से प्रेरित एक ‘जघन्य कृत्य’ करार दिया.मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस कृत्य को सांप्रदायिक सद्भाव के लिए “गंभीर खतरा” बताते हुए कहा कि “धार्मिक कट्टरवाद और सांप्रदायिक नफरत जघन्य कृत्यों को जन्म दे सकती है और यह घटना, जिसके परिणामस्वरूप मासूम बच्चों का नरसंहार हो सकता था, इसका प्रमाण है. ‘करुणा ही धर्म का मूल है’ कहने वाले शरणों की भूमि में इतनी क्रूरता और नफरत कैसे पैदा हो सकती है? मुझे इस समय भी इस पर विश्वास नहीं हो रहा है.” इस दौरान भाजपा नेताओं और दक्षिणपंथी संगठनों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग राजनीतिक लाभ के लिए धर्म के नाम पर नफरत फैलाते हैं, उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए.