भाड़ू की हत्या या ड्रग्स का कारोबार, तो क्या ये ही थी लॉरेंस गिरोह और सुनील यादव के बीच दुश्मनी की वजह, पढ़िए पीछे की पूरी कहानी

    अमेरिका के कैलिफोर्निया में कुख्यात बदमाश सुनील यादव उर्फ गोली की हत्या कर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने अपना बदला अब पूरा कर लिया है. एक समय था जब सुनील यादव उर्फ गोली भी लॉरेंस गिरोह के लिए ही काम करता था. लेकिन गिरोह के साथ काम करते हुए गोली ने लॉरेंस के करीबी कहे जाने वाले अंकित भाड़ू से पंगा ले लिया. और यहीं से लॉरेंस गिरोह और सुनील यादव के बीच दुश्मनी शुरू हो गई. अब लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने सुनील यादव की हत्या करवाकर अपना बदला पूरा कर लिया है. बदला अपने गिरोह के उस सदस्य का जिसकी पंजाब पुलिस से कथित तौर पर मिलकर संजय यादव उर्फ गोली ने मौत के घाट उतरवा दिया था. कहा जाता है कि गोली ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि उसकी अंकित भाड़ू से कहासुनी हो गई थी.  कहा जाता है कि इसके बाद ही उसने लॉरेंस गिरोह से खुदको अलग करते हुए ड्रग्स की दुनिया में अपना अलग साम्राज्य बनाना शुरू किया था. लेकिन अंकित भाड़ू के साथ पंगे की वजह से ही गोली लॉरेंस गिरोह के निशाने पर आ चुका था.आपको बता दें कि 2019 में अंकित भाड़ू को पंजाब पुलिस ने मार गिराया था. भाड़ू की हत्या को लेकर भी लॉरेंस गिरोह ने सुनील यादव उर्फ गोली पर पंजाब पुलिस से कथित तौर पर मिलीभगत करने का आरोप लगाया था. गोली को रास्ते से हटाने का एक दूसरा कारण उसका बढ़ता कद भी था. गोली हर बीतते दिन के साथ ड्रग्स की दुनिया में अपना नाम बड़ा करता जा रहा था.और उसकी ये बात भी लॉरेंस गिरोह को खटकने लगी थी. गोली ने भाड़ू की हत्या करवाकर  एक तरह से लॉरेंस गिरोह  को चैलेंज किया था.

    रोहित गोदारा ने ली जिम्मेदारी

    रोहित गोदारा ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है. रोहित गोदारा के नाम से एक कथित पोस्ट सामने आया है. जिसमें उसने घटना की जिम्मेदारी ली है. रोहित गोदारा लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के लिए काम करता है. उसे गोल्डी बरार का खास माना जाता है. रोहित ने अपने इस पोस्ट में साफ तौर पर लिखा कि गोली ने पुलिस से मिलकर हमारे साथी को मरवाया था. वो हमें चैलेंज कर रहा था कि हम उसे हाथ भी नहीं लगा सकते. इतना ही इस फेसबुक पोस्ट के जरिए रोहित गोदारा ने दावा किया है कि गोली अमेरिका पहुंचकर उसके गैंग के सदस्यों की मुखबरी करवा रहा था.

    दूसरे नाम से पासपोर्ट बनाकर भागा था गोली 

    ड्रग्स तस्कर सुनील यादव उर्फ गोली फर्जी नाम (राहुल) से पासपोर्ट बनवाकर दुबई चला गया था. इसके बाद वह किसी तरह से अमेरिका तक पहुंच गया था. गोली को लगा कि अब वह पंजाब से दूर है तो लॉरेंस गिरोह उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी. लेकिन लॉरेंस के गुर्गे उसे लगातार ट्रेस कर रहे थे.

    दुबई और अमेरिका चला रहा था ड्रग्स का धंधा

    बताया जाता है कि सुनील यादव उर्फ गोली दुबई और अमेरिका से ड्रग्स तस्करी का कारोबार चला रहा था. इस बात की जानकारी भी लॉरेंस गिरोह को थी लेकिन दुबई जाकर गोली को मारना जरा टेढ़ी खीर थी. लिहाजा लॉरेंस गिरोह खास तौर पर इस बात का इंतजार कर रहा था कि गोली अमेरिका तो आए. आखिरकार दो दिन पहले जब गोली के अमेरिका में होने की बात सामने आई तो लॉरेंस बिश्नोई के साथी गोल्डी बराड और रोहित गोडारा ने गोली को मौत के घाट  उतार दिया.

    सुनील यादव को लेकर रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था

    सुनील यादव उर्फ गोली को लेकर हाल ही में रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था.बताया जाता है कि गोली बीते कुछ सालों में ड्रग्स की दुनिया का बड़ा खिलाड़ी बन चुका था. उसका नेटवर्क पाकिस्तान से लेकर दुबई और अमेरिका तक फैला हुआ था. वह ड्रग्स  के कारोबार से जो पैसे कमाता उसे अलग-अलग कारोबार में लगा देता.इस तरह से वह अपने काले पैसे को सफेद करते हुए हर बीतते दिन के साथ जुर्म की दुनिया में एक बड़ नाम बनते जा रहा था.

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