राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जहां हर 5 साल पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सत्ता का फेरबदल होता है. यहां इस समय भाजपा की सरकार है. बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल करते हुए अशोक गहलोत की सरकार को हटाया था. विधानसभा चुनाव में मिली हार के समय सियासी हलकों में यह चर्चा उठी थी कि प्रदेश कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है. अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही सालों पुरानी सियासी अदावत की चर्चा भी चली थी. लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपेक्षा से बेहतर नतीजे प्राप्त कर भाजपा को बड़ा झटका दिया. कांग्रेस ने अपने गठबंधन साथियों के साथ मिलकर प्रदेश की 20 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद राजस्थान का सियासत फिर ठंडी है. क्योंकि प्रदेश में अभी चुनाव में लंबा वक्त बाकी है. लेकिन इस ठंडी सियासी फिजा शनिवार को अचानक तब गर्म हो गई, जब यह बात सामने आई कि सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के घर जाकर मुलाकात की. बताया जाता है कि यह पहला मौका था जब सचिन पायलट अशोक गहलोत के घर पहुंचे हो.