ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमला सफल रहा या नहीं, अब इसको लेकर अमेरिकी एजेंसियों और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में ही ठन गई है. अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के हेडक्वाटर, पेंटागन ने हमले का खुफिया प्रारंभिक आकलन किया है. इसके अनुसार ईरान के परमाणु ठिकानों पर हुए अमेरिकी हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट नहीं किया और शायद केवल इसे कुछ महीनों पीछे ही धकेला है.अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की खूफिया एजेंसी- डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के इस एसेस्मेंट (मूल्यांकन) से परिचित सूत्रों ने सीबीएस को बताया है कि बमबारी में ईरान के समृद्ध यूरेनियम के भंडार को नष्ट नहीं किया जा सका है. हालांकि दूसरी तरफ व्हाइट हाउस ने कहा कि परमाणु कार्यक्रम को हुए नुकसान का यह शुरुआती आकलन “पूरी तरह से गलत” है और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को “नीचा दिखाने का एक स्पष्ट प्रयास” है. ट्रंप ने साफ-साफ कहा है कि शनिवार और रविवार के बीच हुए इन हवाई हमलों ने ईरान की परमाणु एनरिचमेंट फैसिलिटी को “पूरी तरह से नष्ट” कर दिया है.